सबसे बड़ी समस्या
बहुत समय पहले की बात है एक महा ज्ञानी पंडित हिमालय की पहाड़ियों में कहीं रहते थे। लोगों के बीच रहकर वह थक चुके थे और अब ईश्वर भक्ति करते हुए एक सादा जीवन व्यतीत करना चाहते थे। लेकिन उनकी प्रसिद्धि इतनी थी कि लोग दुर्गम पहाड़ियों पर भी नदी झरनो को पार करते हुए उनसे मिलने पहुंच जाते थे। उनका मानना था कि यह विद्वान उनकी हर समस्या का समाधान कर सकते हैं।
इस बार भी कुछ लोग उन्हें ढूंढ़ते हुए उनकी कुटिया तक आ पहुंचे। पंडित जी ने उन्हें इंतजार करने के लिए कहा।
चलिए अपनी- अपनी समस्या बताइए
यह सुनते ही किसी ने अपनी परेशानी बतानी शुरू कि लेकिन वह अपनी कुछ शब्द ही बोल पाया कि बीच में किसी और ने अपनी बात शुरू कर दी सभी जानते थे कि आज के बाद पंडित जी से फिर कभी बात करने का मौका नहीं मिलेगा इसलिए वे सब जल्दी- जल्दी अपनी बात रखना चाहते थे।
कुछ ही देर में वहां का दृश्य मछली बाजार जैसा हो गया अतः पंडित जी को चीख कर बोलना पड़ा “ कृप्या शांत हो जाए” ।अपनी- अपनी समस्या एक पर्ची में लिखकर मुझे दिजिए।सभी ने अपनी- अपनी समस्या लिखकर पंडित जी को दे दिया। पंडित जी ने सभी पर्ची को एक कटोरी में डालकर मिला दिया और कहा इस कटोरी को एक- दुसरे के पास किजिए ।
हर व्यक्ति इस कटोरी से एक पर्ची उठाएगा उसके बाद उसे निर्णय लेना होगा कि क्या वो अSपनी समस्या को इस समस्या से बदलना चाहता है?
हर व्यक्ति एक पर्ची उठाता, उसे पढ़ता और सहम जाता एक- एक कर के सभी ने पर्चीयां देख ली पर कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या के बदले किसी और कि समस्या लेने को तैयार नहीं हुआ।
सभी की यही सोच थी कि उनकी समस्या चाहे कितनी भी बड़ी क्यो न हो दुसरे की समस्या जितनी गंभीर नहीं है कुछ देर बाद सभी अपनी अपनी पर्ची लेकर वापस लौटने लगे। वे खुश थे कि उनकी समस्या उतनी बड़ी भी नहीं है कि जितना वे सोचते थे।
दोस्तों ऐसा कौन होगा जिसकी life मे कोई problem न हो? हम सभी के जीवन में समस्या है । हमे इस बात को accept करना चाहिए की life है तो छोटी- बड़ी समस्याएं आती रहेंगी। ऐसे में दुखी होकर उसी के बारे में सोचने से अच्छा है कि हम अपना ध्यान उसके निवारण मे लगाए।
हमें लगता है कि सबसे बड़ी समस्या हमारी ही है पर यकीन किजिए दुनिया में लोगों के पास इतनी बड़ी बड़ी समस्या है कि हमारी तो उसके सामने कुछ भी नहीं है।
इसलिए ईश्वर ने जो दिया है उसके लिए ईश्वर का धन्यवाद किजिए और खुश रहने की कोशिश किजिए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें